Kumkum Bhagya के पिछले भाग में प्राची और काया ब्रेकफास्ट टेबल पर साथ बैठे थे. क्या रणबीर और प्राची मिलेंगे? प्राची के बॉस ने क्या कहा जिसे हम सबको जानना चाहिए? क्या ऐसी बात हो गई की काया की काया गुस्से से जल गई? इन सारे सवालों का जवाब आज जानेंगे. तो चलिए शुरू करते हैं…
आगे बढ़ने से पहले आज का विचार: “रिश्ते और पतंग जितनी उँचाई पर होते हैं, काटने वालो की संख्या उतनी अधिक होती हैं”
काया और प्राची एक साथ बैठकर ब्रेकफास्ट कर रहे होते हैं उसी बीच रणबीर ने फोन किया और काया को जल्दी रूम में आकर फाइल कम्पलीट करने की बात कही.
तब काया ने उसे भी रेस्टोरेंट में बुलाया और प्राची से कहा तुम भी उससे मिल लेना. मेरा मेनेजर है अच्छा पर थोडा अकडू है. रणबीर का फिर फोन आता है की वह नहीं आ रहा है, उसे फ्लोर मेनेजर मिल गया वह सीधे रूम में जा रहा है.
पर फ्लोर मेनेजर ने रूम खोलने से ये कहकर मना कर दिया कि ‘सॉरी सर मुझे माफ़ करें पर मैं यह रूम नहीं खोल सकता, क्योंकि हमारी पालिसी के अनुसार रूम केवल वही व्यक्ति खोल सकता है जिसके नाम से बुकिंग है’.
तब तक काया के बातों से, ‘कुछ लोग होते हैं जिंदगी में जो धोखा देखर चले जाते हैं’ ऐसा बोलकर दुखी होकर प्राची वहां से चली गई. काया ने इमोशनल जो बात कही वह हम सबके लिए जाननी जरूरी है. उसने कहा “धोखे की एक खासियत होती है कि इसे देने वाला कोई अपना ही होता है”. रणबीर ने बताया उसे ही आना पड़ेगा फ्लोर मेनेजर ने दरवाजा खोलने से मना कर दिया है.
यह सुनकर गुस्से से काया की काया जल गई. और वह फ्लोर मेनेजर की शिकायत करना चाहती है. तब रणबीर उसे मना कर देता है यह कहकर कि वह बेचारा तो ईमानदारी से अपना काम कर रहा है.
दोस्तों यहाँ पर हम सबको भी Kumkum Bhagya से यह सीखना चहिये कि यदि कोई व्यक्ति अपना काम ईमानदारी से करते हुए हमें किसी बात के लिए मना कर दे तो, हमे उसका सम्मान करना चाहिए और अपनी बेइज्जती समझने के बजाय उसे शाबाशी देनी चाहिए, जैसा रणबीर ने किया.
उधर प्राची आज ऑफिस में सीईओ के तौर पर पहला दिन काम पर जाने के लिए निकलती है. ऑफिस के गार्ड ने उस जगह पर गाड़ी कड़ी करने के लिए प्रीमियम पार्किंग लेने की बात कही. साथ ही रणबीर द्वारा किये गए बर्ताव की उदाहरण भी दी. गार्ड को समझाकर प्राची और प्रिया चले जाते हैं.
प्राची के कहने पर प्रिया सभी स्टाफ को “आशियाना” प्रोजेक्ट पर मीटिंग के लिए बुलाती है. सत्येन्द्र नाम के स्टाफ़ द्वारा किये गए बर्ताव के लिए प्राची उसे टोकती है. सत्येन्द्र के नाम जानने को लेकर वह कहती है की उसे सब पता है, इसीलिए वो सीईओ है.
दोस्तों प्राची ने जो कहा वह हमें भी अपने जीवन में अमल करनी चाहिए. भारतीय सिनेमा और धारावाहिकों की यही तो खास बात है कि ये अधिकांशतः हमारे दैनिक जीवन से प्रभावित होती हैं. जबकि हमारा वास्तविक जीवन भी इन धारावाहिकों से धीरे-धीरे बदलती जाती है. यह हम पर निर्भर करता है की हमें उनसे अच्छी बातें सीखनी है या बुरी.
प्राची कहती है ‘मेरे साथ काम करने वालों में कुछ हो या न हो लेकिन सच्चाई और ईमानदारी, होनी जरूरी है’ साथ ही जो भी बोलें नजर मिलाकर बुलंद आवाज़ में बोलें नहीं तो बेहतर तो यही होगा की ऐसा कभी कोई कम ही न करें की नजरें झुकाने की नौबत आये. दोस्तों Kumkum Bhagya सीरियल की यही बात बहुत अच्छी है की इसमें बहुत कुछ सिखने को मिलता है.
उधर जैसे ही काया फाइल लेकर रणबीर के पास जाने लगती है उसका पैर नीचे कारपेट में फंस जाता है और वह जोर से सिर के बल गिरने वाली होती है, पर शुक्र है भगवान का, कि रणबीर ने ठीक समय पर उसका हाथ पकड़कर गिरने से बचा लिया. और यह सीन तो सच में बहुत रोमांटिक थी.
सच में कैसा जमाना आ गया है इतनी बड़ी दुर्घटना से बचने के बाद काया रणबीर को धन्यवाद बोलने के बजाय उल्टा उसे घूरकर उसपर उसे इम्प्रेस करने की कोशिश करने का आरोप लगाती है. हालांकि रणबीर उसे इस बात का बहुत ही मजाकिया ढंग से ज़वाब देता है.
चाहे कोई कुछ भी कह ले लेकिन यह तो साफ-साफ दिखता है की काया, असल में रणबीर की तरफ आकर्षित हो रही है क्योंकि जब रणबीर को उसके दोस्त का फोन आता है और वह उसे जल्दी से घर आने के लिए कहता है क्योंकि उसे देखने आज लड़की वाले आये हैं.
जिस पर रणबीर “हाँ, मेरी जान” मैं जल्दी आता हूँ, ऐसा कहकर जाने लगता है. तब काया के मन में सवाल आता है कि ये “जान” कौन है? कोई गर्ल फ्रेंड?
इधर प्राची के बॉस अशोक जी का फोन आता है और वे उसे पूछते हैं की जरुर तुम्हे ऑफिस पसंद नहीं आई होगी, क्योंकि बैंगलोर ऑफिस की तो बात ही कुछ और थी. प्राची कहती है ऐसी बात नहीं है सर. जिसपर उसकी असिस्टेंट प्रिया तुरंत बोल पड़ती है, जी सर बिलकुल यही बात अभी मैडम आपके बारे में कर रही थी.
बैंगलोर ऑफिस की बातें याद आने की बात पर अशोक जी ने जो कहा वह हम सब को बड़ी गंभीरता से न सिर्फ समझनी चाहिए बल्कि अपने जीवन में उतारना भी चाहिए. उन्होंने कहा ‘ कि जिंदगी की यादें, हमसे हैं, यादों से हम नहीं. जो लोग जिंदगी यादों के सहारे गुजारते हैं, उनकी जिंदगी सूखी रह जाती है’ इसलिए हमें ख़ुशी से आगे बढ़ना चाहिए.
उधर रणबीर घर पहुँचता है तो रिश्ते वाले आये रहते है और उसके दोस्त की हालत ख़राब रहती है. वह रणबीर के आँख में कचरा होने का बहाना करके अकेले में ले जाता है जिससे रणबीर कहता है, अच्छा हुआ इसलिए मैंने पहले ही कही थी, काश तूने पहले इश्क कर ली होती तो आज ये दिन देखना नहीं पड़ता.
तो दोस्तों, क्या आर्यन का ये रिश्ता हो जायेगा? क्या प्राची और रणबीर मिल पाएंगे? क्या काया रणबीर को प्रोपोस करेगी? क्या प्राची का स्टाफ सत्येन्द्र कोई बखेड़ा खड़ा करेगा? इन सारे सवालों के जवाब आपको Kumkum Bhagya के हमारे अगले एपिसोड में मिलेगा. तब तक के लिए इंतिजार करें और कैसी लगी हमारी ये पोस्ट हमें जरूर बताएं और साथ ही अपने दोस्तों में शेयर करके हमारा हौसला बढ़ाएं ताकि हम आपके लिए और मनोरंजक पोस्ट लाते रहें. धन्यवाद !
जाने से पहले जरा मुस्कुरा लें:
एक परिवार दसवीं मंजिल में रहता था. पति ऑफिस जाने के लिए नीचे उतरता है तब उपर से पत्नी उसे बताती है की वह घड़ी, चश्मा और रुमाल भूल गए हैंफेकने का इशारा करता है. पति पकड़ नहीं पाता और चश्मा जमीन में गिरकर टूट जाता है. फिर घड़ी भी टूट जाती है तो पति गुस्सा जाता है और बोलता है रुको रुमाल मत केंकना मै उपर आ रहा हूँ.
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